राज्य सरकार द्वारा बेघर और आश्रित परिवारों को मकान बनाने के लिए प्लॉट्स के पट्टे वितरित करने का एक विशेष अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान की घोषणा मुख्यमंत्री ने हाल ही में एक बैठक के दौरान की थी। ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग ने परिवारों की पहचान कर उन्हें पट्टा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
Homeless Plot Lease Abhiyan – 2 अक्टूबर से मिलेंगे प्लॉट के पट्टे
इस योजना के तहत राज्य सरकार 45 हजार गांवों में Homeless Plot Lease Yojana के अंतर्गत बेघर परिवारों को भूखंड के पट्टे वितरित करने जा रही है। राजस्थान राज्य के प्रत्येक गांव में बेघर और घुमंतू लोगों को 300 वर्ग गज तक की जमीन अर्थात प्लॉट दिए जाएंगे, जिस पर वे अपना मकान बना सकें।
ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग द्वारा पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। 2 अक्टूबर को ग्राम सभा में ऐसे परिवारों को बुलाकर पट्टों का वितरण किया जाएगा जिनके पास अपना खुद का घर या जमीन नहीं है।
Homeless Plot Lease Abhiyan Latest News
राजस्थान राज्य में कुल 11,341 ग्राम पंचायतें हैं, जिनमें लगभग 44,981 गांव शामिल हैं। पंचायती राज आयुक्त एवं सचिव ने सभी जिला परिषद सीईओ को Homeless Plot Lease Abhiyan के तहत जल्द से जल्द काम शुरू करने का आदेश दिया है। इस योजना के तहत, बेघर और आवासहीन लोगों को भूखंड और पट्टे देने का निर्णय लिया गया है।
प्लॉट पट्टा लेने के लिए करना होगा 5 सितंबर तक आवेदन
पंचायती राज विभाग द्वारा प्रत्येक गांव से बेघर घुमंतू परिवारों का ब्योरा मांगा गया है। सभी जिला परिषद अलग-अलग इसका ब्योरा तैयार कर रहे हैं और 22 अगस्त 2024 तक गांव-गांव से बेघर परिवारों का ब्योरा भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
भूखंड पट्टा वितरण का कार्य खंड विकास अधिकारी की देखरेख में किया जाएगा। जिन गांवों में भूखंड आवंटित करने के लिए आबादी वाली भूमि नहीं है, वहां अन्य भूमि की व्यवस्था के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। 5 सितंबर 2024 तक सभी गांवों में बेघर परिवारों से आवेदन प्राप्त करने की समय सीमा निर्धारित की गई है। 5 सितंबर के बाद बेघर परिवार प्लॉट के पट्टे के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे।
Plot Allotment प्रक्रिया और समय सीमा
- आवेदन की अंतिम तिथि: 5 सितंबर 2024
- ग्राम पंचायत की बैठक: 6 सितंबर से 25 सितंबर 2024 तक
- पट्टा वितरण की तिथि: 2 अक्टूबर 2024
इस अभियान के तहत सरकार का उद्देश्य राज्य के सभी बेघर परिवारों को आवासीय प्लॉट उपलब्ध कराना है ताकि वे अपने घर का निर्माण कर सकें।